कहीं एक बेटी जिन्दा दफनाई गयी
कही एक बेटी अस्त्रोपचार कर बेटा बनाई गयी
कही कोई दहेज़ के वास्ते
जिन्दा जलाई गयी
बेटियों की ये दशा देख मन बहुत रोता है
चीख चीख कहता है
‘अगले जनम मोहे बिटिया तो कीजो
पैर ऐसी जगह जनम ना दीजो’
जहाँ
मुझे पूजा तो जाये पर
समान हक दिया ना जाये
आगे बढ़ने का
अवसर ना दिया जाये
मैं किसे जीवनसाथी चुनू ,
मेरी कोंख से कौन जनम ले
ये चुनने का हक मुझे ना दिया जाये
साधू संतों ,ज्ञानी गुनियों के इस देश में
इतना अनादर मुझसे
सहा ना जाये
नहीं चाहिए पूजा
नहीं चाहिए आसमान के चाँद तारे
मुझे तो चाहिए बस वही देश जहाँ
प्यार हो ,सम्मान हो
और मुझे आंसू ना दीजो
बस अगला जनम वहीँ पे दीजो.
bahut SunDar rachna ..Sach bahut dukh hota hai yes dekh Kar kaise betiyon Ko khuli Hawaii me sans lene ke liye bhi ladna padta hai
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Dhanyawad Soma, kab log samjhege.
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Excellent !!! Till the double standards in this men’s world are maintained, things won’t change!!!
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So true. Thanks for the visit and comment.
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My pleasure…
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सब बेटियों के आक्रांत मन की पीड़ा को शब्द देती रचना बहुत मर्मस्पर्शी है | मन को छु गयी | सादर
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https://meaurmerirachnayen.blogspot.com/p/blog-page.html
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